क्या रोज़ाना केसर चाय का सेवन करना सुरक्षित है? आयुर्वेद से जानें

क्या रोज केसर वाली चाय पी सकते हैं?

आजकल सोशल मीडिया और ट्रेंडिंग हेल्थ टिप्स के कारण लोग कई चीज़ों का सेवन बिना सही जानकारी के करने लगते हैं। क्या आप भी सोच रहे हैं कि क्या रोज़ाना केसर वाली चाय पी सकते हैं?

आयुर्वेदाचार्य से जानें – क्या रोज केसर वाली चाय पी सकते हैं?

सोशल मीडिया पर वायरल होते हुए वीडियोज़ के चलते लोग कई चीज़ों को बिना सही जानकारी के अपनाने लगते हैं। इनमें से एक है केसर की चाय, जिसे कई लोग यह सोचकर पीते हैं कि इससे उनके चेहरे पर निखार आएगा और स्वास्थ्य बेहतर होगा।

हालांकि, आयुर्वेद में यह साफ़ बताया गया है कि किसी भी चीज़ का सेवन शरीर की प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के अनुसार ही करना चाहिए, अन्यथा इसके लाभ की बजाय नुकसान भी हो सकता है।

केसर एक मूल्यवान औषधीय जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। यह शरीर में गर्मी बढ़ाने, रक्त संचार को सुधारने और तनाव को कम करने में सहायक होता है।

लेकिन क्या रोजाना केसर की चाय पीना सभी के लिए फायदेमंद हो सकता है? इस सवाल का जवाब हम आयुर्वेद के डॉक्टर से जानते हैं।

क्या रोज केसर वाली चाय पीना अच्छा है?

केसर की चाय पीने का सवाल बहुत से लोग सोचते हैं, लेकिन यह शरीर की प्रकृति और मौसम पर निर्भर करता है। आयुर्वेद के अनुसार, केसर की तासीर गर्म होती है, जो शरीर में उष्णता यानी गर्मी पैदा करता है।

इसके कारण, इसकी अधिक मात्रा का सेवन शरीर में पित्त दोष को बढ़ा सकता है, जिससे एसिडिटी, त्वचा पर चकत्ते, गर्मी बढ़ने की समस्या और अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

Read Also: तरबूज का लाल रंग असली है या छलावा? ऐसे पहचानें नकली तरबूज को

मौसम के हिसाब से केसर का सेवन

अगर आप सर्दियों में केसर की चाय पी रहे हैं तो यह फायदेमंद हो सकता है। सर्दियों में 5-6 केसर के धागे डालकर चाय पीने से शरीर को गर्मी मिलती है और रक्त संचार बेहतर होता है।

लेकिन गर्मियों में इसे कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। इस मौसम में केसर की तासीर गर्म होती है, जो शरीर में ज्यादा गर्मी पैदा कर सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन और पित्त दोष से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। अगर गर्मियों में इसे पीना है, तो केवल 2-3 केसर के धागे डालकर हल्की चाय बनाएं।

किन लोगों को केसर की चाय नहीं पीनी चाहिए?

  1. पित्त दोष से ग्रस्त लोग:
    अगर आपके शरीर की प्रकृति पित्त प्रधान है, तो केसर का अधिक सेवन एसिडिटी, सीने में जलन, और सिरदर्द जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है।
  2. गर्भवती महिलाएं:
    गर्भावस्था के दौरान केसर का अधिक सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। सही मात्रा में सेवन से यह फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अत्यधिक सेवन से गर्भपात का खतरा हो सकता है।
  3. हाई ब्लड प्रेशर के मरीज:
    केसर रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे उच्च रक्तचाप वाले लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
  4. बच्चे:
    बच्चों के लिए 1-2 केसर के धागे पर्याप्त होते हैं। अधिक मात्रा में देने से उनकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

निष्कर्ष:

आयुर्वेद के अनुसार, केसर की चाय सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन इसका सेवन शरीर की प्रकृति और मौसम के अनुसार करना चाहिए।

सर्दियों में आप रोजाना 5-7 केसर के धागे डालकर चाय पी सकते हैं, जबकि गर्मियों में इसे केवल 2-3 धागे डालकर पीना चाहिए। यदि आपके शरीर में पित्त दोष है या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है, तो किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर होगा।

Leave a Comment