UTI से बचने के लिए लड़कियों को अपनानी चाहिए ये सरल आदतें

लड़कियों में यूरिन इंफेक्शन (यूटीआई) से बचने के उपाय: जानें क्यों बढ़ रहा है यूटीआई का खतरा और इसके लक्षण

How to Prevent Urine Infection in Girls: यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) एक आम समस्या है, जो महिला और पुरुष दोनों में हो सकती है। लेकिन हाल के दिनों में यह समस्या छोटे बच्चों में, खासकर 4 से 15 साल की लड़कियों में भी बढ़ती जा रही है।

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लड़कियों को यूटीआई होने का खतरा व्यस्क महिलाओं की तुलना में अधिक होता है। इसका मुख्य कारण यह है कि लड़कियों का मूत्र मार्ग छोटा होता है और गुदा से काफी नजदीक होता है, जिससे बैक्टीरिया का संक्रमण होने की संभावना अधिक रहती है।

यूटीआई (मूत्र मार्ग संक्रमण) से बचाव के लिए जरूरी टिप्स

राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित पोरवाल अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजू श्रीवास्तव के अनुसार, लड़कियों में यूटीआई की समस्या से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं, जिनका पालन किया जा सकता है।

लड़कियों में यूरिन इंफेक्शन (यूटीआई) के लक्षण

अगर आपकी बेटी में निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हो सकता है:

  • पेशाब करते समय जलन या खुजली होना
  • बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना
  • पेशाब में असामान्य गंध आना
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस होना
  • मूत्र में खून आना

इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि संक्रमण का सही समय पर इलाज हो सके।

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लड़कियों में यूटीआई होने के कारण

डॉ. अंजू श्रीवास्तव के अनुसार, लड़कियों में यूटीआई होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

  1. कम पानी पीना:
    आजकल की व्यस्त दिनचर्या के कारण लड़कियां खेल-कूद, स्कूल और पढ़ाई में इतनी व्यस्त हो जाती हैं कि उन्हें पानी पीने का ख्याल ही नहीं आता। कम पानी पीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो यूटीआई का मुख्य कारण बन सकता है।
  2. पेशाब को देर तक रोकना:
    लड़कियां अक्सर पेशाब को बहुत देर तक रोकने की कोशिश करती हैं। लेकिन जब पेशाब लंबे समय तक रोका जाता है, तो मूत्राशय में बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

लड़कियों को यूटीआई से कैसे बचाएं?

डॉ. अंजू के अनुसार, लड़कियों को यूटीआई से बचाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:

  • पानी पीने की आदत डालें:
    लड़कियों को अधिक से अधिक पानी पीने के लिए प्रेरित करें। खासकर स्कूल जाने से पहले और बाद में पानी पीने की आदत डालें।
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें:
    लड़कियों को प्राइवेट पार्ट की सफाई के बारे में जागरूक करें। उन्हें हमेशा सामने से पीछे की ओर सफाई करने की सलाह दें, ताकि बैक्टीरिया न बढ़े।
  • क्रैनबेरी जूस और नारियल पानी:
    शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए क्रैनबेरी जूस और नारियल पानी का सेवन भी फायदेमंद होता है। ये प्राकृतिक तरीके यूरिनरी ट्रैक्ट को स्वस्थ रखते हैं।

यूटीआई से बचाव के लिए विशेष ध्यान रखें

यदि आपकी बेटी में बार-बार यूटीआई की समस्या हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। इस समस्या को हल करने के लिए महिला रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।

कुछ मामलों में, डॉक्टर एंटी-बायोटिक्स भी निर्धारित कर सकते हैं, जिनका सेवन कुछ समय के लिए किया जाता है।

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