वर्ल्ड ओबेसिटी डे 2025: रोहित शर्मा को लेकर टिप्पणी, क्या सच में मोटापा एक समस्या है?
आज ‘वर्ल्ड ओबेसिटी डे’ है और इस अवसर पर हमें मोटापे से संबंधित एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर विचार करना चाहिए। भारत में मोटापा एक बढ़ती हुई समस्या बन चुका है।
इसके कारण लोग कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, और आजकल इस विषय पर चर्चा भी बढ़ गई है। हाल ही में, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को उनके वजन को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा है।
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा कि रोहित को अपना वजन कम करना चाहिए। हालांकि, यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि रोहित की फिटनेस और प्रदर्शन हमेशा बेहतरीन रहे हैं।
रोहित शर्मा की फिटनेस पर सवाल उठाना ठीक नहीं
रोहित शर्मा की क्रिकेट के मैदान पर परफॉर्मेंस को देख कर किसी को भी यह नहीं कह सकते कि उनका वजन उन्हें खेल में कोई बाधा उत्पन्न करता है।
उनका प्रदर्शन कभी भी उनकी फिटनेस से समझौता नहीं करता। क्रिकेट के मैदान पर वह हमेशा फुर्तीले, तेज, और जवाबदार नजर आते हैं।
अगर उनका वजन सच में कोई समस्या होती, तो वह इस तरह से फील्ड में पूरी तरह से सक्रिय नहीं रहते। इसीलिए, उनके वजन को लेकर की जा रही आलोचना बिल्कुल गलत है।
क्या सच में वजन बढ़ने से खिलाड़ी की क्षमता प्रभावित होती है?
कुछ लोग सोचते हैं कि अगर खिलाड़ी का वजन ज्यादा हो तो वह मैदान में ठीक से प्रदर्शन नहीं कर सकते। हालांकि, यह विचार पूरी तरह से गलत है।
क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनका वजन रोहित शर्मा से कहीं अधिक था, लेकिन फिर भी वे मैदान पर अपनी गति और क्षमता से सभी को हैरान करते थे।
वजन और फिटनेस: अन्य उदाहरण
कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिनका वजन अधिक था, लेकिन उन्होंने अपने खेल में कोई कमी नहीं आने दी। उदाहरण के तौर पर, पाकिस्तानी क्रिकेटर इंज़माम-उल-हक को याद करें, जिनका वजन ज्यादा था लेकिन उनकी बैटिंग और फील्डिंग क्षमता पर कभी भी कोई असर नहीं पड़ा।
इसके अलावा, वेस्टइंडीज के रहकीम कार्नवॉल (जिनका वजन करीब 150 किलो था), ऑस्ट्रेलिया के डेविड बून, शेन वॉर्न, डैरेन लेहमन, बरमूडा के ड्वेन लीवेरॉक (वजन लगभग 135 किलो), और न्यूजीलैंड के जेसी राइडर जैसे खिलाड़ी भी उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने वजन के बावजूद क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया।
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कैसे करें वजन को कंट्रोल और बनाए रखें फिटनेस?
जब आप किसी भी खेल के खिलाड़ी बनना चाहते हैं तो फिटनेस पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। खिलाड़ी को अपनी ताकत और फुर्ती को बनाए रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज, फिटनेस रूटीन और सही आहार की आदतें अपनानी चाहिए।
वजन तब तक एक समस्या नहीं बनता, जब तक वह ओबेसिटी के स्तर तक नहीं पहुंचता। यदि आप भी क्रिकेट, फुटबॉल, या किसी अन्य खेल में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो वजन पर नियंत्रण रखना और फिट रहना आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
क्या करना चाहिए?
- नियमित एक्सरसाइज करें: व्यायाम से शरीर मजबूत रहता है और वजन नियंत्रित रहता है।
- स्वस्थ आहार लें: संतुलित आहार से शरीर को जरूरी पोषण मिलता है और वजन पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
- फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा दें: अपने रोज़ के जीवन में अधिक गतिशील बनें, जैसे सैर करना, दौड़ना, या सक्रिय खेल खेलना।
- सही लाइफस्टाइल अपनाएं: नींद पूरी करना, तनाव कम करना, और सही जीवनशैली अपनाना बेहद महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष:
मोटापा और वजन नियंत्रण एक महत्वपूर्ण विषय है, लेकिन किसी भी खिलाड़ी के बारे में यह कहना कि उसका वजन अधिक है और इसलिए वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता, यह सही नहीं है।
रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी अपनी फिटनेस और प्रदर्शन से यह साबित करते हैं कि वजन का आकार परफॉर्मेंस पर असर नहीं डालता।
सबसे महत्वपूर्ण यह है कि किसी भी खिलाड़ी को फिट और स्वस्थ रहना चाहिए, और वजन को नियंत्रित करने के लिए एक सही जीवनशैली अपनानी चाहिए।

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