चीनी के बजाय गुड़ खा रहे हैं लोग, पर क्या यह किडनी के लिए कितना सही हो सकता है? जाने एक्सपर्ट की राय

गुड़: स्वास्थ्य के लाभ या मिलावट से जुड़ी गंभीर चिंता?

गुड़, जिसे हम पारंपरिक भारतीय मिठास के रूप में जानते हैं, कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें आयरन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं जो न केवल इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि पाचन प्रक्रिया और शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन को भी बेहतर बनाते हैं।

इसके अलावा, यह रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट (सांस की नलिकाओं) के लिए भी लाभकारी माना जाता है, क्योंकि यह खांसी, जुकाम और अस्थमा जैसी समस्याओं में राहत दे सकता है।

लेकिन क्या आपको पता है कि आजकल गुड़ में मिलावट हो रही है, जो न केवल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि आपके किडनी तक को भी प्रभावित कर सकती है?

इस लेख में, हम गुड़ की मिलावट के खतरों को समझेंगे, इसके स्वास्थ्य लाभ और नुकसान को लेकर जानेंगे, और साथ ही यह भी देखेंगे कि कैसे आप बाजार में मिलने वाले मिलावटी गुड़ को पहचान सकते हैं।

गुड़ बनाम सफेद चीनी: क्या है ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक?

जब हम मिठास की बात करते हैं, तो सफेद चीनी सबसे आम विकल्प होती है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमारे शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

सफेद चीनी का अधिक सेवन डायबिटीज, मोटापे और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा, सफेद चीनी का रिफाइनिंग प्रोसेस इसे किसी भी प्रकार के पोषक तत्वों से रहित कर देता है।

इसलिए, लोग अधिकतर सफेद चीनी के स्थान पर गुड़ या शहद का इस्तेमाल करते हैं। माना जाता है कि गुड़ अधिक पोषण देने वाला और शरीर के लिए लाभकारी है।

लेकिन आजकल, गुड़ में भी मिलावट हो रही है, जिससे यह हेल्थ वाइटल्स के बजाय खतरे का कारण बन सकता है।

क्या गुड़ में मिलावट खतरनाक हो सकती है?

यह जानकर शायद आपको हैरानी हो, लेकिन गुड़ में मिलावट से आपकी सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है। आजकल त्योहारों के दौरान, जैसे होली या दीवाली के समय, गुड़ के अधिक बिकने की वजह से इसमें वॉशिंग सोडा, चॉक पाउडर और रसायन डाले जा रहे हैं।

यह मिलावट न केवल गुड़ के पोषक तत्वों को नष्ट करती है, बल्कि यह आपकी किडनी, लिवर और अन्य अंगों के लिए भी खतरनाक हो सकती है।

गुड़ में मिलावट के कुछ उदाहरण और खतरे:

1. वॉशिंग सोडा (Washing Soda) की मिलावट

टीओआई (TOI) की रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में एफडीए ने मिलावट किए हुए गुड़ के कुछ सैंपल पकड़े हैं, जिनमें वॉशिंग सोडा और चॉक पाउडर जैसी हानिकारक सामग्री मिली।

वॉशिंग सोडा, जिसमें सोडियम कार्बोनेट होता है, एक अत्यधिक अल्कलाइन रसायन है। इसे मुख्य रूप से सफाई के लिए और औद्योगिक उपयोगों में इस्तेमाल किया जाता है।

यह रसायन हमारे शरीर के लिए बेहद खतरनाक है। इसके सेवन से पेट, मुंह और गले में जलन हो सकती है, उल्टी और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह हमारे पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अल्सर की संभावना बढ़ जाती है।

2. मेटानिल येलो (Metanil Yellow) रंग की मिलावट

एक और खतरनाक रसायन जो गुड़ में मिलाया जा रहा है, वह है मेटानिल येलो, जो एक प्रकार का डाई है। यह रंग खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल के लिए प्रतिबंधित है, लेकिन त्योहारों के दौरान, इसे कुछ विक्रेता अपनी मिठाइयों और अन्य खाद्य पदार्थों में डालते हैं ताकि उनका रंग अधिक आकर्षक लगे।

यह रंग हमारे शरीर के लिए अत्यधिक हानिकारक है, और इसके सेवन से किडनी, लिवर, हार्ट और नर्वस सिस्टम को गंभीर नुकसान हो सकता है।

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वॉशिंग सोडा और मेटानिल येलो के स्वास्थ्य पर प्रभाव

वॉशिंग सोडा के साइड इफेक्ट्स:

वॉशिंग सोडा, जो की एक अत्यधिक एल्कलाइन रसायन है, हमारे शरीर के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। यह हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है और पेट की दीवारों को जला सकता है।

इसके सेवन से उल्टी, डायरिया, पेट में जलन और शरीर में पानी की कमी हो सकती है। लंबे समय तक इसके सेवन से शरीर में पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

मेटानिल येलो के प्रभाव:

मेटानिल येलो को खाने में मिलाना हमारे शरीर के लिए एक अत्यधिक खतरनाक कदम है। यह रसायन हॉटोटॉक्सिसिटी, हेपाटोटॉक्सिसिटी (लिवर को नुकसान), और नर्वस सिस्टम को डैमेज कर सकता है।

इसके सेवन से किडनी और लिवर की कार्यप्रणाली पर प्रभाव पड़ सकता है, और यदि इसका लंबे समय तक सेवन किया जाए तो यह अंगों के फेलियर का कारण भी बन सकता है।

गुड़ में मिलावट की जांच कैसे करें?

अगर आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आपके द्वारा खाया जाने वाला गुड़ मिलावटी नहीं है, तो आप एक साधारण टेस्ट कर सकते हैं। एफएसएसएआई (FSSAI) के अनुसार, गुड़ में चॉक पाउडर की मिलावट की जांच के लिए निम्नलिखित तरीका अपनाएं:

  1. एक पारदर्शी गिलास लें और उसमें पानी भरें।
  2. इसमें 10 ग्राम गुड़ का पाउडर डालें।
  3. अगर गुड़ में चॉक पाउडर की मिलावट है, तो यह गिलास के निचले हिस्से में बैठ जाएगा और आपको इसका संकेत मिल जाएगा।

निष्कर्ष:

गुड़ एक पारंपरिक और स्वास्थ्यवर्धक मिठास का स्रोत हो सकता है, लेकिन आजकल इसमें मिलावट की समस्या गंभीर होती जा रही है।

यह न केवल हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है, बल्कि हमारी किडनी और लिवर जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

इसलिए, जब भी आप गुड़ खरीदें, तो उसकी गुणवत्ता की जांच करें और सुनिश्चित करें कि वह मिलावटी नहीं है।

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